इस दौरान कासकर को उसके गुर्गों से मिलने की छूट भी दी गई थी। इसके लिए सभी पुलिसकर्मियों ने कासकर से कुछ रुपए भी लिए थे। ठाणे पुलिस कमिश्नर विवेक फंसलाकर के आदेश पर जॉइंट कमिश्नर मधुकर पांडे ने मामले की जांच की और नोटिस जारी कर डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी और सस्पेंड करने की कार्रवाई की। जांच में सामने आया कि इकबाल कासकर को मेडिकल जांच के लिए जेल की पुलिस टीम उसे अपने साथ लेकर थाणे सिविल अस्पताल पहुंची थी।