तत्कालीन जेल डीआईजी डी. रूपा ने जुलाई में पुलिस महानिदेशक को एक रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें कहा गया कि आय से अधिक संपत्ति मामले में प्रपन्ना अग्रहर केंद्रीय कारागार में बंद शशिकला को विशेष सुविधाएं दी जाती हैं और इस तरह की चर्चा है कि इसमें दो करोड़ रुपए रिश्वत का लेनदेन हुआ है। इसके बाद मामले में सार्वजनिक आरोप-प्रत्यारोप होने के कारण रूपा और डीजी दोनों का तबादला कर दिया गया और मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए। (भाषा)