Weather Alert: उत्तर भारत में ठंड से राहत नहीं, जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी प्राकृतिक आपदा घोषित

Webdunia
सोमवार, 11 जनवरी 2021 (08:47 IST)
नई दिल्ली। कश्मीर घाटी में बर्फबारी के ताजा दौर के बाद उत्तरी इलाकों में शीतलहर का प्रकोप जारी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों और मध्य प्रदेश के लगभग सभी मंडलों में हल्की बारिश देखने को मिली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया वहीं बर्फ से ढके पश्चिमी हिमालय से मैदान की तरफ आने सर्द हवाओं ने ठंड का अहसास और बढ़ा दिया। उसने कहा कि शहर में 14 जनवरी तक पारे के पांच से छह डिग्री तक गिरने की उम्मीद है।
ALSO READ: कश्मीर में फिर बर्फबारी, विमानों का परिचालन प्रभावित, -4 डिग्री तक पहुंचा श्रीनगर का तापमान
आईएमडी ने कहा कि दिल्ली पर छाए बादलों की वजह से तापमान में अब तक बहुत ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं की गई। इस बीच श्रीनगर समेत कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में फिर बर्फबारी देखने को मिली जो अक्सर देखने को नहीं मिलती। अधिकारियों ने कहा कि हफ्ते के शुरू में हुई भारी बर्फबारी के बाद शनिवार को भी हल्की बर्फबारी हुई थी, ऐसे में एक बार फिर हुई बर्फबारी ने ठंड बढ़ा दी।
 
उन्होंने कहा कि श्रीनगर में सुबह साढ़े आठ बजे तक एक इंच बर्फबारी दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों खासकर दक्षिण कश्मीर में भी बर्फबारी देखने को मिली हालांकि कुछ वक्त बाद यह थम गई। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर कश्मीर के मशहूर पर्यटन स्थल गुलमर्ग, दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में ताजा बर्फबारी की सूचना नहीं है।
ALSO READ: Ground Report : जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी, पांचवें दिन उड़े विमान, हाईवे अभी भी जाम
मौसम विभाग के कार्यालय ने जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में शनिवार को हल्की बारिश या बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाया था लेकिन रविवार के लिए ऐसा कोई पूर्वानुमान नहीं था। मौसम विभाग की तरफ से कहा गया कि बर्फबारी का फिलहाल कोई पूर्वानुमान नहीं है और 14 जनवरी तक मौसम के साफ रहने की उम्मीद है।
 
जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में तापमान माइनस 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पिछली रात यह माइनस चार डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के केलांग और काल्पा में तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है। शिमला स्थित मौसम केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि जनजातीय लाहौल और स्पीति का प्रशासनिक केंद्र केलांग एक बार फिर पहाड़ी राज्य का सबसे ठंडा स्थान था जहां तापमान शून्य से 8.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि किन्नौर जिले के काल्पा में पारा शून्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस नीचे था। अधिकारी ने बताया कि शिमला में तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस बीच राज्य में सबसे ज्यादा तापमान सुंदरनगर में 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
 
उत्तर प्रदेश में मेरठ सबसे ठंडा स्थान रहा जहां पारा 8.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारतीय राज्यों में 11 से 13 जनवरी के बीच मौसम सूखा रहने और सुबह के समय कुछ स्थानों पर कोहरे की आशंका है। मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में रविवार सुबह कोहरा रहा और मौसम सर्द रहा।
 
इसके अलावा, पिछले 24 घंटे में (शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक) प्रदेश के लगभग सभी संभागों में बारिश दर्ज की गई। मौसम विज्ञान विभाग भोपाल के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पी के साहा ने कहा कि भोपाल एवं राजगढ़ सहित प्रदेश के अधिकांश भाग में रविवार सुबह मध्यम से घना कोहरा छाया रहा।
 
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में शुजालपुर एवं हाटपीपल्या में एक-एक सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि भोपाल में 4.4 मिलीमीटर एवं इंदौर में 2.9 मिलीमीटर बारिश गिरी। साहा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोम के कारण प्रदेश में बादल छाए रहने के साथ-साथ जो हल्की बारिश गिरी थी, वह अब जल्द ही कम होने की संभावना है। इससे आगामी 24 घंटों में प्रदेश में मौसम शुष्क एवं ठंडा रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
 
राजस्‍थान के अधिकांश हिस्‍से कड़ाके की सर्दी की चपेट में हैं जहां बीते चौबीस घंटे में प्रमुख शहरों में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई और सबसे कम तापमान पाली के एरनपुरा में 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार बीती शनिवार रात न्‍यनूतम तापमान बीकानेर में 5.0 डिग्री, चूरू में 5.1 डिग्री, सीकर में 5.5 डिग्री, जैसलमेर में 6.3 डिग्री, और बाडमेर में 7.5, श्रीगंगानगर में 7.5 डिग्री ,फलौदी में 7.6 डिग्री, और अन्य स्थानों पर 9.1 डिग्री सेल्सियस से लेकर 15.5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
 
राज्य के अधिकतर शहरों में अधिकतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 22.2 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। पंजाब और हरियाणा के अधिकतर हिस्सों में ठंड का प्रकोप जारी रहा, वहीं कई क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहा जिससे दृश्यता कम हो गई। पंजाब एवं हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है।
 
हरियाणा में अंबाला, हिसार और करनाल में न्यूनतम तापमान क्रमश: 7.5, 7 और 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं नारनौल, रोहतक ,भिवानी और सिरसा में न्यूनतम तापमान क्रमश: 5.4, 7.2, 8.6 और 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब के अमृतसर, लुधियाना और पटियाला में न्यूनतम तापमान क्रमश: 8.6, 8 और 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री तक अधिक है। अधिकारियों ने बताया कि चंडीगढ़, अंबाला, हिसार, फरीदकोट और करनाल सहित अन्य स्थानों में सुबह घना कोहरा छाया रहा जिससे दृश्यता कम हो गई।
 
जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी प्राकृतिक आपदा घोषित : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राज्य आपदा मोचन निधि (एसडीआरएफ) के मानकों के तहत भारी हिमपात को राज्य विशिष्ट प्राकृतिक आपदा घोषित किया।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि उपराज्यपाल यहां राजभवन में ऑनलाइन माध्यमों से कश्मीर संभाग के सभी उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ प्रशासन के शीतकालीन प्रबंधन, विशेष रूप से बर्फ हटाने के प्रयासों का जायजा लेने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
 
एसडीआरएफ के मानदंडों के तहत प्राकृतिक आपदाओं की सूची में भारी हिमपात को शामिल नहीं किया गया था, जिसके कारण जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के लिए भारी बर्फबारी के कारण होने वाले नुकसान के लिए राहत और अनुग्रह राशि का वितरण संभव नहीं था। प्रवक्ता ने कहा कि अब एसडीआरएफ के तहत अनुग्रह राहत की प्रक्रिया तेज हो जाएगी, जिससे हिमपात प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले प्रभावित लोगों को भारी राहत मिलेगी।
 
उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल ने भारी बर्फबारी के कारण लोगों के सामने आने वाली समस्याओं और प्रशासन को चुनौतियों से उबरने के लिए हर स्तर पर कार्रवाई के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी। विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों और संकरी गलियों वाले क्षेत्रों में चिकित्सा सहायता की आवश्यकता वाले लोगों की आवाजाही के लिए छोटे बचाव वाहनों की कमी के बारे में अवगत कराने पर सिन्हा ने निर्देश दिया कि संकट में पड़े लोगों की मदद के लिए तत्काल प्रभाव से बर्फ प्रभावित जिलों को 4x4 बचाव वाहन और एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएं।
 
उपराज्यपाल ने अधिकारियों से कहा कि वे जनता के मुद्दों के प्रति अधिक संवेदनशील और उत्तरदाई हों और आम लोगों की कठिनाइयों को कम करने के लिए अपेक्षित उपाय करें। सिन्हा ने चुनौतीपूर्ण जलवायु परिस्थितियों में भी 24x7 काम करने वाले कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख