सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी ने कहा, मुझे अपने पुत्र पर गर्व है। उसने अपना कर्तव्य निभाया। कैप्टन थापा का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को लेबोंग के जिंग टी एस्टेट स्थित उनके पैतृक आवास पर पहुंचा। अंतिम संस्कार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, वरिष्ठ सरकारी एवं सैन्य अधिकारी उपस्थित थे।
भारतीय सेना की त्रिशक्ति कोर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, साहसी अधिकारी ने 15 जुलाई 2024 को डोडा में आतंकवादियों से बहादुरी से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। सेना और आम नागरिकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। भारतीय सेना ने शहीद को पूर्ण सैन्य सम्मान दिया जाना सुनिश्चित किया।