सेना प्रमुख ने कहा कि आप सभी इससे भली-भांति वाकिफ हैं, कश्मीर के लोग और अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इसे बेहतर ढंग से जानता है। मुझे नहीं लगता कि हमें इस रिपोर्ट को लेकर ज्यादा चिंता करनी चाहिए। इनमें से कुछ रिपोर्ट प्रेरित होती हैं। उन्होंने जोर दे कर कहा कि मानवाधिकार के क्षेत्र में भारतीय सेना का रिकॉर्ड बहुत अच्छा है।
भारत ने बेहद कड़े शब्दों में रिपोर्ट को ‘गलत, विवादास्पद और प्रेरित’ बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि रिपार्ट ‘अतिपूर्वाग्रही’ है और वह ‘गलत छवि’ पेश करना चाहता है। (भाषा)