भारत की पहली इंलिश न्यूज़ एंकर गीतांजलि अय्यर अब हमारे बीच नहीं रही हैं। बुधवार को नई दिल्ली में उन्होंने अपनी आखरी सांस ली। यह खभर सुनने के बाद पत्रकारिता क्षेत्र में शोक का माहौल है। गीतांजलि ने 30 साल तक दूरदर्शन में काम किया है। चलिए जानते हैं इनके सफर से जुड़े जरूरी तथ्य के बारे में...........
1. गीतांजलि ने अपने करियर की शुरुआत टीवी पत्रकारिता से की थी। उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन के बाद 1976 में दूरदर्शन में काम करना शुरू किया था।
2. गीतांजलि ने अपनी ग्रेजुएशन कोलकाता के लोरेटो कॉलेज से की थी। साथ ही कॉलेज के दिनों में उन्होंने थिएटर भी किया है। गीतांजलि ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से डिप्लोमा भी किया है।
3. गीतांजलि करियर के शुरूआती दिनों से रेडियो पर ख़बरें सुनती थी। साथ ही सुरोजीत सेन और पामेला सिंह जैसे रेडियो न्यूज़ रीडर से वह काफी प्रेरित थी।
4. गीतांजलि के समय पर टेलीप्रॉम्प्टर नहीं थे। उनकी टीम स्क्रिप्ट को रोल करती थी और उसके ज़रिए वह न्यूज़ एंकरिंग करती थी।
5. 1989 में गीतांजलि को आउटस्टैंडिंग महिला के लिए इंदिरा गांधी परयोदर्शनी अवार्ड से नवाज़ा गया था। गीतांजलि उनके समय की काफी फेमस टीवी एंकर थी। उन्हें 4 बार 'best anchor के टाइटल से नवाज़ा गया है।
6. 1978 में दूरदर्शन से आकाशवाणी अलग होने के बाद भी गीतांजलि ने दूरदर्शन में काम करने के फैसला लिया।
7, इसके साथ ही 1985 में गीतांजलि, दूरदर्शन के टीवी सीरियल 'खानदान' का भी हिस्सा थी।
8. दूरदर्शन के अलावा गीतांजलि ने ओबेरॉय ग्रुप, यश बिरला ग्रुप और CII जैसे बड़े ब्रांड में भी काम किया है।