भोपाल। देश में नए कृषि कानून को लेकर किसानों के दिल्ली कूच का आंदोलन अब चरम पर पहुंच गया है। पंजाब, हरियाणा,उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश से किसान धीमे-धीमे दिल्ली की ओर लगातार बढ़ रहे है। किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए दिल्ली पहुंचने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है। किसानों और पुलिस के बीच कई स्थानों पर हिंसक झड़प की भी खबरें लगातार आ रही है।
दिल्ली कूच के नारे के साथ मध्यप्रदेश के किसान संगठन भी दिल्ली कूच के लिए उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर डेरा डाले हुए है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन मध्यप्रदेश के अध्यक्ष राहुल राज की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा पर धौलपुर के पास मुंबई-आगरा नेशनल हाईवे-3 पर डेरा डाल दिया है।
दिल्ली कूच के लिए निकले और पिछली दो रात नेशनल हाईवे-3 पर गुजारने वाले किसान नेता राहुल राज धौलपुर बॉर्डर से वेबदुनिया से फोन पर बातचीत में कहते हैं कि उत्तरप्रदेश की योगी जी पुलिस ने बिना किसी कारण के किसानों को आगे बढ़ने से रोक दिया है। राहुल कहते हैं कि जब तक उनको दिल्ली जाने की अनुमति नहीं मिलेगी तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और किसानों के साथ उनका नेशनल हाईवे पर धरना जारी रहेगा।
'वेबदुनिया' से बातचीत में राहुल कहते हैं कि हम तो शांतिपूर्वक दिल्ली जाने की मांग कर रहे है लेकिन यूपी पुलिस के अधिकारी दिल्ली से उनको रोके जाने का आदेश होने का हवाला देकर रोक रहे है और सीधा-सीधा संविधान में दिए गए अधिकारों का उल्लंघन है।
वह केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के किसानों से बातचीत के प्रस्ताव पर राहुल कहते हैं कि पहले भी सात घंटे तक बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई हल नहीं निकला है। किसानों संगठनों की केवल एक मांग है कि या तो तीनों काले कानून वापस ले लीजिए या समर्थन मूल्य पर खरीदी का एक नया गारंटी कानून केंद्र सरकार लेकर आज जाए।
वेबदुनिया से बातचीत में किसान नेता राहुल राज कहते हैं कियह आंदोलन किसानों का आंदोलन है और सरकार का व्यवहार पूरी तरह डिप्लोमेटिक है।उनका सीधा सवाल है कि अगर सरकार किसानों को एमएसपी देने को लेकर इतनी प्रतिबद्ध है तो क्यों नहीं है एमएसपी गारंटी बिल संसद में लाकर इसको अन्य तीन बिलों की तरह एक कानून बना देती है।
दिल्ली में किसान आंदोलन की सफल बनाने की रणनीति - वहीं किसान आंदोलन को सफल बनाने के लिए दो दिन पहले दिल्ली में दाखिल हो चुके किसान नेता केदार सिरोही कहते हैं कि आज पूरा देश देख रहा हैं कि मोदी जी की सरकार किस तरह किसानों के खिलाफ दमनकारी नीति अपना रही है। वह कहते हैं कि आज मालिक से चौकीदार कह रहा हैं कि हम तुमको घर में नहीं आने देंगे।
दिल्ली से वेबदुनिया से फोन पर बातचीत में किसान नेता केदार सिरोही बड़ा आरोप लगाते हुए कहते हैं कि सरकार जानबूझकर किसानों को भड़का रही है और वह चाहती हैं कि किसान आंदोलन किसी तरह हिंसक हो जाए। सरकार किसानों के प्रति दो देशों के बीच जंग जैसा व्यवहार कर रही है लेकिन किसान अच्छी तरह से सरकार की चाल को समझ रहा है इसलिए शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ रहा है।
वहीं आंदोलन को आगे की रणनीति पर केदार सिरोही कहते हैं कि केवल एक ही रणनीति है कि पीछे नहीं हटेंगे। अब किसान रूकने वाला नहीं है और वह अब दिल्ली में घुस चुका है और वह पीछे नहीं हटेगा।