नई दिल्ली। संसद के केन्द्रीय कक्ष में 30 जून की मध्यरात्रि सितारों से जगमगाती रात होगी। इसमें मेगास्टार अमिताभ बच्चन से लेकर उद्योग जगत की जानी मानी हस्ती रतन टाटा और स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर उपस्थिति होंगी। इसके अलावा और भी कई जानी मानी हस्तियां इस अवसर पर केन्द्रीय कक्ष की शोभा बढ़ा रही होंगी जब आजादी के बाद के सबसे बड़े कर सुधार माल एवं सेवाकर (जीएसटी) की शुरुआत की जाएगी।
इससे पहले 1997 में आजादी की स्वर्ण जयंती के मौके पर संसद का विशेष सत्र बुलाया गया था जिसमें मध्यरात्रि का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। लेकिन इस बार यह संसद के केन्द्रीय कक्ष में भव्य कार्यक्रम होगा जिसे इस महत्वपूर्ण कर सुधार की शुरुआत के लिए चुना गया है। हालांकि देश में कई लोग जीएसटी का विरोध भी कर रहे हैं। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में व्यापारियों ने इसके विरोध में आज बंद का भी आह्वान किया है।
कार्यक्रम में राष्टूपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उपस्थित होंगे। यह कार्यक्रम 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि की याद दिलाने वाला होगा जब भारत अपनी भविष्य की राह पर आगे निकला था।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एच डी देवगोड़ा को भी इस नई कर प्रणाली की शुरुआत के एतिहासिक क्षण पर आमंत्रित किया गया है। माना जा रहा है कि जीएसटी के लागू होने से 2,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था को नया आकार देगी।
कांग्रेस पार्टी ने कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। समझा जा रहा है कि छोटे, मध्यम और व्यापारियों को होने वाले कठिनाई को देखते हुए कांग्रेस ने बहिष्कार का फैसला लिया है। वामपंथी दल और तृणमूल कांग्रेस भी कार्यक्रम के बहिष्कार करेंगे।
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की शुरआत 30 जून को रात 11 बजे होकर मध्यरात्रि तक यह कार्यक्रम चलेगा जिसके साथ ही देश में माल एवं सेवाकर व्यवस्था शुरू हो जायेगी। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्रियों के साथ उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी मंच पर विराजमान होंगी। इसके अलावा राज्यों से भी अनेक गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। (भाषा)