एनआईए ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी गई एक रिपोर्ट में दावा किया है कि पीएफआई आतंकवादी कृत्यों में लिप्त रहा है जिसमें आतंकवादी शिविर संचालित करना, बम बनाना शामिल है तथा यह गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत प्रतिबंधित घोषित करने का एक उपयुक्त मामला है।
पीएफआई की कथित रूप से 23 राज्यों में मौजूदगी है और यह केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में मजबूत है। यद्यपि केरल में पीएफआई सूत्रों ने बताया कि केवल दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जेक्टिव स्टडीज ने कार्यक्रम आयोजित किया था और पीएफआई ने इसका आयोजन नहीं किया था।
इससे पहले अपने विश्वविद्यालय परिसर में कार्यक्रम आयोजित करने की इजाजत देने वाले कालीकट विश्वविद्यालय ने अनुमति यह कहते हुए रद्द कर दी थी कि विश्वविद्यालय में चेयर ऑफ इस्लामिक स्टडीज की मूल इकाई फेडरेशन ऑफ मुस्लिम कॉलेजेस ने कार्यक्रम से बाद में जुड़ने वाले कुछ संगठनों पर आपत्ति उठाई है, जो पहले इसका हिस्सा नहीं थे। (भाषा)