नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ को जम्मू-कश्मीर और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर उत्तरप्रदेश और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा विदर्भ से मराठवाड़ा होते हुए उत्तर आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है। दक्षिण-पूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र के आसपास के हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। 19 अप्रैल तक एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की उम्मीद है।
स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी से बहुत भारी बारिश हुई। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। कर्नाटक और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के शेष हिस्सों में एक या दो मध्यम बारिश के साथ हल्की बारिश हुई है।
अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तरप्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति संभव है। असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु, केरल और दक्षिण कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत और पश्चिमी हिमालय के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में धूलभरी आंधी, गरज और हल्की बारिश हो सकती है।