गढ़वाल हिमालय की ऊंची पहाड़ियों विशेष रूप से केदारनाथ धाम में लगातार बारिश और बर्फबारी का सिलसिला चल रहा है, जिसके कारण वहां न केवल तापमान काफी नीचे आ गया है, बल्कि पैदल रास्तों पर बार-बार जमने वाली बर्फ को साफ करने में दिक्कतें आ रही हैं।
ऐसी परिस्थितियों में केदारनाथ धाम की यात्रा श्रद्धालुओं के लिए काफी जोखिमभरी हो सकती है। हालांकि अन्य धामों- बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए श्रद्धालुओं के पंजीकरण का काम चल रहा है। बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट शनिवार को अक्षय तृतीया के पर्व पर खोले जा चुके हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सभी धामों में दर्शनार्थियों की दैनिक सीमा तय किए जाने के निर्णय को वापस ले लिया था लेकिन उन्होंने साफ किया था कि चारधाम आने वाले सभी श्रद्धालुओं का पंजीकरण जरूरी है। चारधाम यात्रा के लिए अभी तक देश-विदेश से 16 लाख से अधिक लोग अपने पंजीकरण करवा चुके हैं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)