Home Minister Amit Shah held high level security review meeting : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मंगलवार को अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादरोधी अभियानों को मजबूत करने का निर्देश दिया और आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र के पूर्ण उन्मूलन पर जोर दिया। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों को उचित तैनाती की सलाह देते हुए शाह ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादरोधी अभियान चलाते समय सभी उचित प्रक्रियाएं अपनाई जानी चाहिए।
गृहमंत्री ने की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा : एक आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार ये निर्देश यहां नॉर्थ ब्लॉक में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में दिए गए। इस दौरान गृहमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और खुफिया और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
एक पखवाड़े पहले 5 सैनिक शहीद हुए थे : एक पखवाड़े पहले पुंछ जिले में आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में 5 सैनिकों के शहीद होने के मद्देनजर यह बैठक बुलाई गई। सेना 21 दिसंबर के आतंकवादी हमले के 1 दिन बाद 3 नागरिकों को पूछताछ के लिए कथित तौर पर ले गई थी। 21 से 42 वर्षीय ये तीनों लोग बाद में मृत पाए गए जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया। इन घटनाओं के मद्देनजर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने पुंछ का दौरा किया था।
एक अधिकारी ने कहा कि गृहमंत्री को जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई है। इससे पूर्व जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने मृत नागरिकों के परिजनों के लिए मुआवजे और नौकरी का ऐलान करते हुए कहा कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जम्मू-कश्मीर में वर्ष 2023 की शुरुआत से ही छिटपुट हिंसा जारी है। अधिकारियों ने हिंसा में वृद्धि को क्षेत्र में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए 'सीमा पार के हताश प्रयासों' को जिम्मेदार ठहराया है।(भाषा)