गृहमंत्री का ऐलान, ड्रग बेचने वाली ऑनलाइन कंपनियों पर कसेगा शिकंजा, प्रदेश में बनेगी गाइडलाइन
गुरुवार, 18 नवंबर 2021 (15:07 IST)
ऑनलाइन नशे की खरीद- फरोख्त को लेकर वेबदुनिया की एक खास खबर का बड़ा असर हुआ है। वेबदुनिया द्वारा मंगलवार को पड़ताल कर अमेजन जैसे बड़े ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर गांजा समेत अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री को लेकर विस्तार से पड़ताल की थी, जिसके बाद मध्यप्रदेश सरकार ने खबर का संज्ञान लेते हुए सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा,
नशे के कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए प्रदेश में ऑनलाइन ट्रेडिंग को लेकर पॉलिसी बनाई जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन बिजनेस कंपनियों से चर्चा कर मध्यप्रदेश सरकार गाइडलाइन तैयार करेगी।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यहां तक कहा,
ऑनलाइन कंपनी के MD और CEO से अनुरोध है कि नशे के कारोबार को रोकने की मुहिम में की जाने वाली जांच में सहयोग करें, वरना उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि हाल ही में मध्यप्रदेश पुलिस ने अमेजन जैसी शॉपिंग कंपनी के माध्यम से भिंड में गांजा सप्लाई के बड़े मामले का भंडाफोड़ किया था। जिसमें पुलिस ने कंपनी के अधिकारियों पर प्रकरण में सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया है।
उल्लेखनीय है कि गांजा सप्लाई के इस मामले के बाद वेबदुनिया डॉट कॉम ने मामले में विस्तृत पड़ताल कर खबर को अपने न्यूज पोर्टल में प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
जिसके बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट से ऑनलाइन बिजनेस कंपनियों को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा गाइडलाइन बनाने की बात कही है।
शिकंजा कसने के लिए नहीं कोई पॉलिसी
बता दें कि अभी तक प्रदेश में इस तरह की कोई भी पॉलिसी नहीं है। जिससे ऑनलाइन कंपनियों पर नियंत्रण रखा जा सके। इसी के चलते इन दिनों बडे पैमाने पर ऑनलाइन खासतौर से अमेजन जैसी वेबसाइट से बेखौफ गांजा और दूसरे नशीले पदार्थों की बिक्री हो रही है। हाल ही में अमेजन कंपनी के माध्यम से भिंड में करीब 384 टन गांजा सप्लाई का मामला पुलिस में आया था।
दरअसल, ड्रग सप्लायर्स के लिए ऑनलाइन में खरीद फरोख्त में किसी तरह का खतरा या रिस्क नहीं होती है, जिससे इन दिनों बड़े पैमाने पर इन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ऑनलाइन बिजनेस कंपनियों को लेकर प्रदेश सरकार गाइडलाइन बनाएगी।
मध्यप्रदेश पुलिस ने @amazonIN से गांजा सप्लाई के बड़े मामले का भंडाफोड़ किया है। कंपनी के अधिकारी केस में सहयोग नहीं कर रहे है।
कंपनी के MD और CEO से अनुरोध है कि जांच में सहयोग करें वरना उन पर भी कार्रवाई करेंगे। pic.twitter.com/UAwnH4Sw5K