एसआईटी ने विपासना को पंचकूला में एक प्राथमिकी के संबंध में पेश होने को कहा था। इस प्राथमिकी में डेरा प्रमुख की विश्वासपात्र हनीप्रीत इसां, डेरा प्रवक्ता आदित्य इसां और डेरा के कुछ अन्य शीर्ष पदाधिकारियों पर राजद्रोह, षडयंत्र रचने और अन्य आरोप लगाए गए थे।