हनीप्रीत को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गत तीन अक्टूबर को पंजाब के जीरकपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया था। उसके साथ उसकी सहयोगी बठिंडा निवासी सुखदीप कौर को हिरासत में लिया गया था जिसके घर हनीप्रीत बठिंडा में पुलिस से बचते हुए ठहरी हुई थी। दोनों को चार अक्टूबर को अदालत में पेश किया गया, जहां से इन्हें दस अक्टूबर तक पुलिस हिरासत पर भेजने के आदेश दिए गए थे।
उल्लेखनीय है कि डेरा प्रमुख को गत 25 अगस्त को दो साध्वियों के यौन शोषण मामले में अदालत के दोषी करार देने के बाद गिरफ्तार कर हेलीकॉप्टर से जब रोहतक की सुनारिया जेल ले जाया गया था तो उस समय हनीप्रीत उसके साथ ही गई थी। डेरा प्रमुख ने हनीप्रीत को जेल में उसके साथ ही रहने का पुलिस से अनुरोध किया था, जिसे अस्वीकार किए जाने के बाद हनीप्रीत वहां से लापता हो गई थी।
डेरा प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद पंचकूला और सिरसा में डेरा समर्थकों की बड़े पैमाने पर हिंसा, आगजनी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओं में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 250 से अधिक ज्यादा घायल हो गए थे और अनेक सम्पत्तियों को नुकसान पहुंचाया था।