PM Modi का अबूधाबी दौरा कितना महत्वपूर्ण, भारत को क्या हासिल होगा

Prime Minister Narendra Modi visit to UAE: दिसंबर 2019 में अमेरिका में 'हाउडी मोदी' के नाम से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उसी तर्ज पर अबू धाबी में 'अहलान मोदी' यानी स्वागत मोदी या नमस्ते मोदी कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस कार्यक्रम पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। चूंकि गुजरात दंगों के बाद मोदी की छवि 'एंटी मुस्लिम' के रूप में ही सामने आती है। लेकिन, अब रूस, अमेरिका और यूरोप के बाद पीएम मोदी की 'कूटनीति' अब मुस्लिम देशों पर केन्द्रित हो गई है। कतर द्वारा भारतीय कैदियों को रिहा किया जाना भी मोदी की इसी नीति का ही हिस्सा है। मोदी के इस दौरे से न सिर्फ वहां रह रहे भारतीयों को मजबूती मिलेगी, वहीं द्विपक्षीय संबंध भी मजबूत होंगे। 
 
यूएई की अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी 'अहलान मोदी' कार्यक्रम में मंगलवार को भारतीय प्रवासियों को संबोधित करेंगे। अहलान मोदी कार्यक्रम के महत्व को इसी से समझा जा सकता है कि इस कार्यक्रम के लिए 65 हजार से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया है। यह संख्या और अधिक भी हो सकती थी, लेकिन इसके बाद पंजीकरण ही रोकना पड़ा था। प्रधानमंत्री अबू धाबी में निर्मित भव्य बीएपीएस मंदिर का 14 फरवरी को उद्घाटन करेंगे।

अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में प्रधानमंत्री मोदी के अब तक के सबसे बड़े प्रवासी कार्यक्रम को खराब मौसम के चलते छोटा किया गया है। इसमें भाग लेने वाले लोगों की संख्या को 80,000 से घटाकर 35,000 कर दिया गया है। 
 
इसलिए भी महत्वपूर्ण है मोदी का दौरा : प्रधानमंत्री मोदी आबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलेंगे और व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। हाल ही में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में दोनों की मुलाकात हुई थी। मोदी के इस दौरे से दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों में और मजबूती आएगी। 
 
दोनों ही देशों के आर्थिक और व्यापारिक हित एक-दूसरे से सधे हुए हैं। मोदी ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में यूएई के साथ हमारा सहयोग कई गुना बढ़ गया है। हमारा सांस्कृतिक और लोगों से लोगों का जुड़ाव पहले से कहीं अधिक मजबूत है।
 
भारत यूएई का अहम सहयोगी : संयुक्त अरब अमीरात में लाखों की संख्या में भारतीय लोग काम कर रहे हैं। मोदी के इस दौरे से उन्हें भी मजबूती मिलेगी। सऊदी में 451347 हिंदू रहते हैं, जबकि दोहा में 8 लाख से ज्यादा भारतीय रहते हैं। भारत में यूएई के राजदूत ने भारत की अहमियत बताते हुए कहा कि भारत वैश्विक राजनीति में एक बड़ी भूमिका निभा रहा है। पिछले महीने गुजरात समिट में यूएई के राष्ट्रपति खुद शामिल हुए थे, जो दिखाता है कि भारत यूएई का कितना अहम सहयोगी है। 
 
कतर भी जाएंगे मोदी : मोदी कतर का दौरा भी करेंगे। उन्होंने यात्रा पर रवाना होने से पहले कहा कि मैं कतर में अन्य उच्च गणमान्य व्यक्तियों से मिलने की भी प्रतीक्षा कर रहा हूं। मोदी ने कहा कि भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। हाल के वर्षों में, उच्च स्तरीय राजनीतिक आदान-प्रदान, दो देशों के बीच बढ़ते व्यापार और निवेश, हमारी ऊर्जा साझेदारी को मजबूत करने और संस्कृति और शिक्षा में सहयोग सहित सभी क्षेत्रों में हमारे बहुमुखी संबंध लगातार गहरे हुए हैं।  
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

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