क्या हैं कारण : डॉ. राजदान कहते हैं कि लोगों को अजीब-सा भय है, भविष्य को लेकर चिंता (रोजगार, बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य आदि), संक्रमण का डर, संक्रमण के बाद सामाजिक दूरी का डर, कोरोना संक्रमण के चलते मौत का डर, अपनों की मौत का डर, चारों ओर तनावपूर्ण वातावरण का असर, नकारात्मक माहौल, लगातार मिल रहीं नकात्मक खबरें, रोजगार की चिंता, सामान्य जुकाम और गले में खराश आदि से कोरोना का डर, खराब होती आर्थिक स्थिति आदि ऐसे कारण हैं, जिनके चलते लोग तनाव का शिकार हो रहे हैं।