Conference of Top Commanders of the Indian Army : भारतीय सेना के शीर्ष कमांडरों ने उभरते खतरों और चुनौतियों के मद्देनजर सैन्य बल को भविष्य के लिए तैयार रखने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करने के अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष से प्रासंगिक सबक लेने के लिए 5 दिवसीय सम्मेलन में विचार-विमर्श किया।
यह सम्मेलन विचार-विमर्श के लिए एक संस्थागत मंच है, जो भारतीय सेना के लिए महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेने में परिणत होता है। अधिकारियों ने कहा कि सैन्य नेतृत्व ने भारतीय सेना के लिए प्रशिक्षण के संबंध में भी चर्चा की, जिसमें खतरों और संघर्षों के उभरते परिदृश्य के अनुरूप सैन्य बल को भविष्य के लिए तैयार रखने की कवायद शामिल है।
उन्होंने कहा कि सैन्य नेतृत्व द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष सहित भू-रणनीतिक मुद्दों और उसके प्रासंगिक सबक पर चर्चा की गई। सम्मेलन को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने संबोधित किया।