अधिकारियों का कहना है कि केंद्रीकृत प्रसंस्करण केंद्र (सीपीसी) में मामलों की जांच-परख प्रक्रिया तेज होने के बाद रिफंड प्रक्रिया की गति बढ़ी है। अधिकारियों ने कहा कि सीपीसी ने अप्रैल 2019 से 28 नवंबर तक चालू वित्त वर्ष के 8 माह में 4.70 करोड़ कर रिटर्न का प्रसंस्करण किया। 1 साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 3.91 करोड़ था।
चालू वित्त वर्ष में 28 नवंबर तक कर रिफंड के तहत कुल 1.46 लाख करोड़ रुपए की राशि लौटाई गई है, जो 1 साल पहले समान अवधि में 1.19 लाख करोड़ रुपए थी। इस तरह कर रिफंड की राशि में 22.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई।