नई दिल्ली। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी की वजह से दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इससे मैदानी इलाकों में पारा गिर गया है और लगातार सर्दी का सितम बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली से लेकर यूपी-बिहार और पंजाब-हरियाणा तक कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। मौसम विभाग की मानें तो 21 से 25 जनवरी के बीच देश के मौसम में बदलाव दिखेगा और बारिश, बर्फबारी और तेज हवाओं का ट्रिपल अटैक होगा।
जम्मू-कश्मीर में ठंड का आलम तो यह है कि पहलगाम में बुधवार को न्यूनतम तापमान गिरकर शून्य से 11.7 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। वहीं दिल्ली में लगातार 8 दिनों से शीतलहर का प्रकोप जारी है और बुधवार को न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग की मानें तो 21 से 25 फरवरी के बीच देश के मौसम में बदलाव दिखेगा और बारिश, बर्फबारी और तेज हवाओं का ट्रिपल अटैक होगा।
उत्तर भारत में जारी भीषण ठंड और कोहरे की मार के बीच मौसम विभाग ने बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिमी भारत में अगले सप्ताह हल्की से मध्यम बारिश और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ ओलावृष्टि होने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि उत्तर पश्चिम भारत में शीतलहर की स्थिति आज यानी 19 जनवरी से समाप्त होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि 19 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में बर्फबारी और बारिश हो सकती है।
इस बीच राजस्थान में फतेहपुर, सीकर, चूरू और करौली में रात का तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला गया और पूरे प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का सितम जारी है। पंजाब और हरियाणा में भी कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार दिल्ली में 5 से 9 जनवरी तक भीषण शीतलहर चली, जो 1 दशक में इस महीने में प्रचंड शीतलहर की दूसरी सबसे लंबी अवधि रही।
मौसम विभाग का कहना है कि नवंबर और दिसंबर में मजबूत पश्चिमी विक्षोभ बारिश न होने का कारण था। पश्चिमी विक्षोभ के 18 जनवरी की रात से पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की संभावना है। एक और पश्चिमी विक्षोभ जो अधिक सक्रिय होगा, 20 जनवरी को पश्चिमी हिमालय पहुंचेगा। पिछले 24 घंटों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में छिटपुट वर्षा को छोड़कर पूरे देश में मौसम शुष्क रहा।
दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में शीतलहर तथा भीषण शीतलहर जारी रही। पश्चिमी उत्तरप्रदेश और पूर्वी मध्यप्रदेश में शीतलहर की स्थिति रही। दक्षिण हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में सब जीरो तापमान दर्ज किया गया। राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में तापमान में वृद्धि का रुख देखा जा रहा है।