उन्होंने कहा, आज भी एक दूसरे के विचारों का सम्मान करने का भाव, समाज की सेवा का भाव, और खुद आगे बढ़कर दूसरों की मदद करने का भाव, हमारी रग-रग में बसा हुआ है। अनेक व्यक्ति और संगठन गरीबों और वंचितों के लिए चुपचाप और पूरी लगन से काम कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए ऐसे कर्मठ लोगों के साथ सभी को जुड़ने का आह्वान भी किया।