मंत्री ने बताया कि देश में 2013-14 में इस्पात उत्पादन लगभग 6 करोड़ टन था, जो अब 12 करोड़ टन है। उन्होंने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत इस्पात उत्पादन में वृद्धि के पथ पर कायम रहे और देश में भारी मात्रा में बुनियादी ढांचा परियोजनाएं हैं। इसलिए यह हमारा लक्ष्य है कि 2030 तक हम अपने इस्पात उत्पादन को 15 करोड़ से बढ़ाकर 30 करोड़ टन करें। सिंधिया ने कहा कि भारतीय इस्पात प्राधिकरण (सेल) भी इसका हिस्सा होगा।(भाषा)