एचएएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक आर. माधवन ने कहा, सशस्त्र बलों की खास एवं विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष डिजाइन के तहत विकसित यह दुनिया का सबसे हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर (एलसीएच) है जो 'आत्मनिर्भर भारत' में एचएएल की अहम भूमिका को परिलिक्षत करता है।
यहां कंपनी के मुख्यालय ने एक बयान में कहा कि वायुसेना उप प्रमुख एयर मार्शल हरजित सिंह अरोड़ा ने हाल ही में एचएएल के टेस्ट पायलट विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) सुभाष पी. जॉन के साथ एक ऐसे अभियान में हिस्सा लिया और इस दौरान ऊंचाई वाले स्थान से इस हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरकर एक छद्म लक्ष्य को भेदा।
एचएएल के अनुसार एलसीएच अपनी अत्याधुनिक प्रणाली और उच्च सटीक हथियारों की वजह से बहुत ही अहम हथियार प्रणाली है। रात हो या दिन, वह किसी भी तरह के लक्ष्य को भेदने में समर्थ है। उसमें ऊंचाई वाले क्षेत्रों में समुचित हथियार ले जाने की क्षमता है।