एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत अनुसूचित जाति श्रम दिवसों पर किया गया व्यय निरंतर बढ़ रहा है। वर्ष 2015-16 में अनुसूचित जाति श्रमदिवस पर 8075 करोड़ रुपए और वर्ष 2018-19 में 9934 करोड़ रुपए का व्यय हुआ।