भारत अवैध प्रवासियों को वापस लेने के लिए तैयार, बशर्ते...

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 24 जनवरी 2025 (19:34 IST)
Foreign Ministry spokesperson Randhir Jaiswal News: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम अवैध आव्रजन के खिलाफ हैं। यह संगठित अपराध के कई रूपों से जुड़ा हुआ है। केवल अमेरिका में ही नहीं, बल्कि दुनिया में कहीं भी रहने वाले भारतीय अगर निर्धारित समय से अधिक समय तक किसी देश में रह रहे हैं या वे उचित दस्तावेजों के बिना किसी देश में हैं, तो हम उन्हें वापस लेने के लिए तैयार हैं। अगर संबंधित देश हमारे साथ उपयुक्त दस्तावेज साझा करें और वे दस्तावेज उनकी भारतीय नागरिकता की पुष्टि करते हों। खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू से जुड़े मामले में जायसवाल ने कहा कि हम इस मामले को अमेरिका के समक्ष उठाएंगे। 
 
ट्रंप के शपथ समारोह में पन्नू : खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के मुद्दे पर जायसवाल ने कहा कि पर जब भी कोई भारत विरोधी गतिविधि होती है तो हम अमेरिकी सरकार के समक्ष मामले को उठाते हैं। उन्होंने कहा कि हम अमेरिकी सरकार के समक्ष ऐसे मामले उठाते रहेंगे, जिनका हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ता है। वहीं, पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने के मामले में उन्होंने पड़ोसी देश पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि दुनिया जानती है कि आतंकवाद को कौन बढ़ावा देता है।
 
इमरजेंसी फिल्म : जायसवाल ने ब्रिटेन में भाजपा सांसद कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ की स्क्रीनिंग में व्यवधान की खबरों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमने अधिकारियों से इसके लिए जिम्मेदार भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। लंदन में भारतीय उच्चायोग स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है।
 
भारत-बांग्लादेश संबंध : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जायसवाल ने कहा बांग्लादेश के मुद्दे पर कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर बाड़ लगाने के लिए कई समझौते हुए हैं। सीमा पर बाड़ लगाना इसलिए भी जरूरी है ताकि आपराधिक घटनाओं को रोका जा सके। बाड़ लगाने की कार्रवाई देशों के बीच समझौते के तहत ही हो रही है। उन्होंने कहा कि समझौते को लागू करने के लिए दोनों देशों को एक साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहिए।
 
युद्ध का समाधान बातचीत से : रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर जायसवाल ने कहा कि युद्ध का समाधान कूटनीति और बातचीत के जरिए होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पहले बोल चुके हैं कि यह युद्ध का युग नहीं है। चीन के मेगा हाइड्रो प्रोजेक्ट को लेकर जायसवाल ने कहा कि भारत ने अपनी चिंता वहां की सरकार के सामने रखी है। हमारा मानना है कि इस पर अमल किया जाएगा। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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