स्वामी ने कहा, 'हमने तीन आतंकियों को रिहा कर कंधार विमान अपहरण कांड में समझौता किया। इन आतंकियों को काफी मुश्किल से गिरफ्तार करने के बाद जेल में डाला गया था। उनमें से एक अजहर था जिसने बाद में जैश - ए - मुहम्मद का गठन किया जो हर दिन किसी ना किसी तरह से हमारे लोगों की जान ले रहा है।'
स्वामी ने कहा कि आतंकवादी हमले के खिलाफ भारत ने कुछेक बार जवाबी कार्रवाई की है जिसमें जम्मू - कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के एक शिविर पर हुए आतंकी हमले के बाद सितंबर, 2016 में नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर किया गया सर्जिकल स्ट्राइक शामिल था। उन्होंने कहा कि आतंकियों के खिलाफ रत्ती भर भी सहिष्णुता की नीति नहीं होनी चाहिए। (भाषा)