उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के विरुद्ध मानवाधिकार के उल्लंघन का आरोप तो लगा रहा है किन्तु उसके यहां स्वयं बलूचिस्तान, उसके कब्जे वाले कश्मीर तथा खैबर पख्तूनवा में मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हो रहा है जिससे वह आंखे बंद किए हुए है। वहां के लोग न केवल आतंकवाद तथा जातीय संघर्ष बल्कि आर्थिक शोषण के भी शिकार हैं। (वार्ता)