नई दिल्ली। भारत और रूस ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि रूस से खरीदे गए विमानों, हेलीकॉप्टरों और पनडुब्बी तथा अन्य प्लेटफार्म के कलपुर्जे मेक इन इंडिया के तहत संयुक्त रूप से भारत में ही बनाए जाएंगे। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और रूस के रक्षामंत्री सर्गेई शोइगु की सह अध्यक्षता में सैन्य तकनीकी सहयोग पर भारत-रूस अंतर सरकारी आयोग की 18वीं बैठक में यह सहमति बनी।
दोनों पक्षों ने कामोव 226 हेलीकॉप्टरों और युद्धपोतों और सेना की हथियार प्रणालियों से संबंधी संयुक्त विनिर्माण परियोजनाओं पर गहन विचार-विमर्श किया। दोनों इस बात पर राजी हुए कि भारतीय सेनाओं द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे विभिन्न रूसी मूल के प्लेटफार्म के कलपुर्जे मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी मेक इन इंडिया योजना के तहत भारत में ही बनाए जाएंगे।
दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सामरिक भागीदारी के तहत रक्षा उपकरणों, उद्योग और तकनीकी सहयोग से संबंधित मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। दोनों रक्षामंत्रियों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में प्रगति और गतिशीलता पर संतोष व्यक्त किया।