India's statement on US religious freedom report : भारत ने अमेरिका के विदेश मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रतता पर जारी रिपोर्ट में की गई आलोचना को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण और वोट बैंक की सोच से प्रेरित है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि रिपोर्ट में भारत के खिलाफ पूर्वाग्रहपूर्ण बयान को आगे बढ़ाने के लिए चुनिंदा घटनाओं को शामिल किया गया है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रिपोर्ट जारी करने के अवसर पर कहा कि भारत में धर्मांतरण विरोधी कानूनों, घृणा भाषण और अल्पसंख्यक समुदायों के घरों और पूजा स्थलों को ध्वस्त करने की घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि हुई है। जायसवाल ने कहा, अतीत की तरह यह रिपोर्ट भी अत्यधिक पक्षपातपूर्ण है, इसमें भारत के सामाजिक ताने-बाने की समझ का अभाव है तथा यह स्पष्ट रूप से वोट बैंक की सोच और निर्देशात्मक दृष्टिकोण से प्रेरित है।
उन्होंने कहा, इसलिए हम इसे खारिज करते हैं। यह प्रक्रिया अपने आप में आरोप-प्रत्यारोप, गलतबयानी, तथ्यों के चयनात्मक उपयोग, पक्षपातपूर्ण स्रोतों पर निर्भरता और मुद्दों को एकतरफा तरीके से पेश करने का मिश्रण है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, इसने पूर्वाग्रह आधारित विचार को आगे बढ़ाने के लिए चुनिंदा घटनाओं को चुना है।
उन्होंने कहा, कुछ मामलों में रिपोर्ट में कानूनों और नियमों की वैधता पर ही सवाल उठाए गए हैं। जायसवाल ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि रिपोर्ट में भारतीय अदालतों द्वारा दिए गए कुछ फैसलों की ईमानदारी को भी चुनौती दी गई है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour