जम्मू। सीमा सुरक्षा बल ने आज कहा कि नियंत्रण रेखा के निकट जम्मू-कश्मीर में दो भारतीय जवानों के शव क्षत-विक्षत करने की पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई पूर्व नियोजित थी, जिसे पड़ोसी देश के सैन्य प्रमुख कमर जावेद बाजवा के नियंत्रण रेखा के दौरे के बाद अंजाम दिया गया। पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम में ट्रेनिंग हासिल कर चुके आतंकी, मुजाहिदीन और रेगुलर आर्मी मैन होते हैं। सेना के 2 जवानों के शवों क्षत-विक्षत करने का अपमान करने वालों में आतंकी और मुजाहिदीन भी शामिल थे।
बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक के.एन. चौबे ने कहा, मैं इस मुद्दे पर औपचारिक रूप से कुछ नहीं कहना चाहता, लेकिन हां, यह सच है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के नियंत्रण रेखा का दौरा करने के बाद पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) ने यह कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाई अचानक नहीं होती, इसके लिये पहले से योजना बनाई जाती है।
चौबे के अनुसार सोमवार को कल जब बॉर्डर पर सेना की एक टीम रेगुलर गश्त के लिए जा रही थी, तो उसमें 6 जवान बीएसएफ और 3 जवान आर्मी के थे। गश्त के वक्त पाकिस्तान की तरफ से फॉरवर्ड डिफेंस और दो एम्बुश टीम ने एक साथ फायरिंग शुरू की।
इसी दौरान बॉर्डर एक्शन टीम ने मौके का फायदा उठाया। पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम में ट्रेनिंग हासिल कर चुके आतंकी, मुजाहिदीन और रेगुलर आर्मीमैन होते हैं। उन्होंने हमारे 2 जवानों के शवों क्षत-विक्षत करने का अपमान किया।