इंडिगो पायलटों ने सड़क को जयपुर का रनवे समझा

सोमवार, 23 मई 2016 (15:15 IST)
इंडिगो एयरलाइंस के पायलटों से 27 फरवरी, 2016 को ऐसी भूल होते-होते बची, जिससे ‍पूरे विमान के यात्रियों की जान जोखिम पड़ जाती। इसके अलावा, विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की भी संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता था।
27 फरवरी, 2016 को लैंडिंग करने से पहले पायलटों ने जयपुर हवाई अड्‍डे के समानान्तर जा रही सड़क को रनवे समझा और वे विमान उतारने की तैयारी करने लगे। अहमदाबाद-जयपुर फ्लाइट 6ई-237टचडाउन से 900 फीट से भी नीचे थी और नीचे तक पहुंचने में विमान को डेढ़ मिनट से भी कम समय लगता। लेकिन इससे पहले विमान के कॉकपिट में लगा एनहांस्ड ग्राउंड प्राक्सिमिटी वार्निंग सिस्टम बजना शुरू हो गया। अलार्म की आवाज सुनते ही पायलट विमान को सैकड़ों फीट ऊपर ले गए। 
 
नागर विमानन के महानिदेशालय ने दोनों पायलटों को ड्‍यूटी से हटा दिया और एविएशन कंट्रोलर ने इस घटना की जांच के आदेश दिए। जब कोई विमान प्रति मिनट करीब सात सौ फीट की गति से नीचे आने लगता है वार्निंग सिस्टम में लगा एक ऑडियो वार्निंग सिस्टम बजने लगता है ताकि विमान में सो गए पायलट को जगा दिया जाए। हालांकि इस बीच विमानन कंपनी का कहना था कि किसी भी स्तर पर यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया गया था।
 
जब विमान के स्टाफ ने विजुअल अप्रोच एट रनवे 27, जयपुर की चेतावनी देखी कि विमान बहुत नीचे आ गया है तो ऐसे में कैप्टन इन कमांड ने सावधानी दिखाते हुए विमान को ऊपर की ओर ले जाते हुए एक चक्कर लगाया और विमान को सुरक्षित तरीके से रनवे पर उतार लिया गया।
 
एक बयान में कहा गया है कि 'इंडिगो विमान, यात्रियों की सुरक्षा और सलामती से किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया गया था', लेकिन इस घटना के बाद दोनों पायलटों को फ्लाइट ड्यूटी से हटा लिया गया और विमानन सेवा के प्रमुख ने घटना की जांच करने के आदेश दिए थे।

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