नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने सोमवार को कहा कि श्रीमती इंदिरा गांधी की आपातकाल में भूमिका जर्मनी के शासक एडोल्फ हिटलर की कार्यशैली के समान हो गई थी। जेटली ने आपातकाल पर अपने लेखों की श्रृंखला के दूसरे लेख में यह भी लिखा कि कुछ मायनों में श्रीमती इंदिरा गांधी ने कुछ ऐसे काम किए जो हिटलर ने भी नहीं किए थे।
उन्होंने कहा, हिटलर एवं श्रीमती गांधी दोनों ने संविधान को कभी नहीं माना। उन्होंने गणतांत्रिक संविधान की मदद से लोकतंत्र को तानाशाही में बदला था। उन्होंने कहा कि हिटलर ने संसद के अधिकांश विपक्षी सदस्यों को गिरफ्तार किया और संसद में अल्पमत की सरकार को दो तिहाई बहुमत की सरकार में बदल दिया।
इसी प्रकार से श्रीमती गांधी ने अधिकतर विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करके उनकी गैरमौजूदगी में दो तिहाई बहुमत हासिल किया और संविधान संशोधन के माध्यम से कई आपत्तिजनक प्रावधानों को पारित कराया। यही नहीं उन्होंने संसद की कार्यवाही के मीडिया में प्रकाशन को प्रतिबंधित किया था, जो हिटलर तक नहीं कर पाया था।
जेटली ने कहा कि हिटलर के चुनाव को खारिज किया गया था लेकिन उसे इसे बदलने का कोई मौका नहीं मिला, लेकिन श्रीमती गांधी ने संविधान एवं जनप्रतिनिधित्व कानून को ही बदल दिया था। संविधान के 42वें संशोधन के साथ उच्च न्यायालयों के अधिकार कम कर दिए थे। मीडिया को बुरी तरह से आतंकित किया गया था। अधिकतर पत्रकारों एवं संपादकों ने तानाशाही के सामने सिर झुकाकर चलना स्वीकार किया था।
दूसरी तरफ भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पार्टी मुख्यालय में एक मीडिया ब्रीफिंग में कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह लगातार विभाजनकारी बातें कर रही है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह कहते हैं कि हिन्दू शब्द है ही नहीं, वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने राहुल गांधी को जनेऊधारी हिन्दू कहा था, राहुल बताएं कि कौन सही है दिग्विजय सिंह या सुरजेवाला?
त्रिवेदी ने कहा कि उनके पिता के नाना पं. जवाहर लाल नेहरू ने डिस्कवरी ऑफ इंडिया में हिन्दू शब्द की पूरी परिभाषा दी है। अब गांधी यह बताएं कि वे उनके नाना नेहरू को सही मानते हैं या दिग्विजय सिंह को? छत्रपति शिवाजी ने फिर कैसे हिन्दू पादशाही की स्थापना की थी?
उन्होंने कहा कि जर्मन शासक एडोल्फ हिटलर की तर्ज पर कुछ लोगों के लिए इंडिया इज इंदिरा हो गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी कहती है कि हिन्दू शब्द होता क्या है? तो कभी कांग्रेस जनेऊधारी हिन्दू बन जाती है। उन्होंने कहा कि आखिर राहुल गांधी स्पष्ट करें, कब तक कलाबाजियां खाएंगे। (वार्ता)