नई दिल्ली। केरल के वायनाड से सांसद एवं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को अपनी दादी श्रीमती इंदिरा गांधी द्वारा 1975 में लगाए गए आपात को तो गलत ठहराया, लेकिन उसकी आड़ में उन्होंने केन्द्र सरकार पर भी निशाना साध लिया।
गई इमरजेंसी गलत थी। लेकिन, अभी जो हो रहा है और उस समय जो हो रहा था, दोनों में काफी बड़ा अंतर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी भारत के संवैधानिक ढांचे को हथियाने की कोशिश नहीं की। अगर हम चाहें तो भी ऐसा नहीं कर सकते हैं क्योंकि पार्टी का डिजाइन इसकी अनुमति नहीं देता।
रहा है वह मौलिक रूप से अलग है और वह अपने लोगों से संस्थानों को भर रहा है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि हमें संसद में बोलने की इजाजत नहीं है। यह लोकतंत्र पर सोचा-समझा हमला है। राहुल ने अपने पिता राजीव की हत्या से जुड़े एक प्रश्न के जवाब में कहा कि मेरे पिता की हत्या दर्दनाक तो थी ही, लेकिन वे कई ताकतों से लड़ रहे थे।