युवक के परिवारवालों ने यह जानकारी दी। तुमकुरु जिले के मधुगिरी तालुक के एक गांव के 23 वर्षीय रेणुका प्रसाद ने लगभग दो दर्जन बार यह फिल्म देखी थी। उसके माता-पिता उसे ऐसा करने से रोकते थे, लेकिन उसने कभी उनकी सलाह पर ध्यान नहीं दिया। युवक ने 12वीं कक्षा की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी।
सूत्रों ने कहा, जिस तरह फिल्म के केंद्रीय किरदार को आत्मदाह के बाद मुक्ति मिली, प्रसाद ने भी गांव के बाहरी इलाके में अपने शरीर पर लगभग 20 लीटर पेट्रोल छिड़ककर वही कार्य करने की कोशिश की।