उच्च न्यायालय ने हत्या और बलात्कार के मामले में मृत्युदंड की पुष्टि की थी। इस मामले में दोषी को 28 मई, 2011 को गिरफ्तार किया गया था। आदेश में मामले के जांच अधिकारी को डीएनए साक्ष्य को संबंधित पुलिस थाने या अस्पताल तक पहुंचाने तथा यह सुनिश्चित करने की बात कही कि नमूने एकत्र होने के 48 घंटे के भीतर निर्दिष्ट फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला तक पहुंच जाएं।(भाषा)