इसरो के चेयरमैन के. सिवान के मुताबिक इसरो एक महीने का यंग साइंटिस्ट प्रोग्राम चलाएगा, जिसके तहत हर राज्य से तीन स्टूडेंट्स को चुना जाएगा। इसके तहत विद्यार्थियों को रिसर्च और डेवलपमेंट लैब्स में ले जाकर सैटेलाइट बनाने का प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस भी उपलब्ध करवाया जाएगा।
सिवान ने कहा कि हमने त्रिपुरा में इनक्यूबेशन सेंटर विकसित किया है और त्रिची, नागपुर, राउरकेला तथा इंदौर में चार और इनक्यूबेशन सेंटर बनाए जाएंगे। गगनयान मिशन को लेकर इसरो चेयरमैन ने कहा कि इस साल गगनयान मिशन हमारी प्राथमिकता रहेगी। गृह मंत्रालय की मदद के लिए भी सैटेलाइट लांच किया जाएगा।