अंतरराष्ट्रीय सीमा से (जम्मू फ्रंटियर)। अंतरराष्ट्रीय सीमा की जीरो लाइन से मात्र 100 मीटर की दूरी पर पाक क्षेत्र में उठते धूल के गुबार और सैनिक वर्दियां पहने टहलने वाले पाक सैनिक इस बात का आभास देते हैं कि वे अपनी तैयारियों में कोई कमी नहीं आने देना चाहते हैं। इन तैयारियों का प्रभाव इस ओर भी है, क्योंकि सामने वाले को देख भारतीय सैनिकों भी अधिक चौकसी और सतर्कता बरतते हुए किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
भारतीय सीमा चौकियों पर तैनात सीमा सुरक्षाबल के अधिकारी इसकी पुष्टि करते हैं कि पाकिस्तान ने अपनी अग्रिम चौकियों पर नियमित सैनिकों को भी तैनात किया है, क्योंकि उनके अनुसार जिस प्रकार के हथियारों का प्रयोग इस गोलीबारी के दौरान किया जा रहा है उसने इस शंका को बढ़ाया है, क्योंकि पाक रेंजरों के पास ये हथियार नहीं हैं।
सीमा से सटी पाक सीमा चौकियों के पीछे पाक सेना ने अपनी मोर्चाबंदी की हुई है। हालांकि भारतीय सेना ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करते हुए अभी द्वितीय रक्षापंक्ति से आगे अपने कदमों को नहीं बढ़ाया है। किसी भी भारतीय सीमा चौकी के टॉवर से खड़े होकर पाक क्षेत्र में पाक सैनिकों की तैयारियों को देखा जा सकता है जिन्होंने सीमा पर भारी हथियारों तथा मध्यम दूरी तक मार करने वाली तोपों को भी रक्षा खाई पर स्थापित किया है।