जेएनयू छात्रसंघ ने दावा किया, उन्होंने दोपहर 3 बजे इसकी सूचना दी और 3 बजकर 7 मिनट पर पुलिस इसे पढ़ चुकी थी, बावजूद इसकी अनदेखी की गई।
छात्रसंघ ने कहा, हमलावरों ने साबरमती छात्रावास के चुनिंदा कमरों को निशाना बनाया और यहां तक किछात्राओं को बालकनी से बाहर फेंक दिया, लेकिन उन्होंने अभाविप कार्यकर्ताओं के कमरों को नहीं छुआ।