फरीदाबाद। हरियाणा के जिला फरीदाबाद में महिला पत्रकार पूजा तिवारी द्वारा पांचवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या किए जाने के मामले में दिनोंदिन नई बातें सामने आ रही हैं। पूजा करीब डेढ़ साल से एनआईटी-5 नेशन हट स्थित मकान नंबर 109 में किराए पर रह रही थीं। उन्होंने कमरा खाली नहीं किया था, उनका सामान अभी भी इसी कमरे में पड़ा है।
एनआइटी-5 नेशन हट में उनके पड़ोसी रहे लोगों का कहना है कि अमित अक्सर देर रात कार में आता था। अक्सर दोनों के बीच झगड़ा होता था। नाम उजागर न करने की शर्त पर यहां के लोग बताते हैं कि रात के दो बजे भी कई बार लोगों को उनके कमरे से झगड़ने की आवाज आती थी। यह लगभग रोज का नियम था। सुबह पूजा के चेहरे पर चोट के निशान मिलते थे।
इन लोगों का कहना है कि हाल ही में पूजा का हाथ टूट गया था। करीब सवा महीने उनके हाथ पर प्लास्टर चढ़ा रहा था। पूछने पर पूजा गिरकर चोट लगने या कुछ और बहाना बना देती थीं। लोगों को पता नहीं था कि अमित पुलिस में है। उनके झगड़े में एक बार एनआइटी पांच नंबर थाने में तैनात उपनिरीक्षक सतपाल भी आए थे। तब अमित ने उन्हें वापस भेज दिया था। तब लोगों को पता चला कि अमित पुलिस में अच्छे पद पर है।
उधर, पूजा के संस्थान ने एक विज्ञप्ति जारी कर उनकी मौत पर गहरा दुख जताया है। इसके प्रवक्ता रितेश ने कहा है कि पूजा उनके संस्थान में सितंबर, 2015 में शामिल हुई थीं। उन्होंने इस संस्थान में सात माह तक काम किया। इसके बाद उन पर लगे आरोपों के बाद कंपनी के नियमों के तहत उन्हें निलंबित कर दिया गया था, ताकि उनके खिलाफ लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच की जा सके। इसके साथ ही उन्हें इस मामले में आवश्यक सहयोग देने के साथ ही उनका वेतन और यहां तक कि इस दौरान उनके इंक्रीमेंट भी नहीं रोके गए थे।