न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा कि कानूनी सहयोग एक बड़ा विषय है। भारत में 67 प्रतिशत कैदी अंडरट्रायल हैं। इनमें भी 47 फीसदी 18 से 30 वर्ष के बीच के हैं। इसका साफ मतलब है कि भारत की बड़ी युवा आबादी मुकदमा झेल रही है। इतना ही नहीं वकीलों की क्वालिटी में भी सुधार होना चाहिए।