उल्लेखनीय है कि हाल ही कश्मीर में आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने न सिर्फ घाटी में आतंकवाद का समर्थन किया था, बल्कि वहां जनमत संग्रह कराने की बात भी कही थी।
यह भी कहा था सिंधिया ने : नियम 193 के तहत लोकसभा में 'कश्मीर घाटी में हाल में हुई हिंसा पर चर्चा की शुरुआत करते हुए सिंधिया ने कहा कि जब भी राष्ट्रहित, देश की एकता और अखंडता की आती है तो पूरा देश एक ही स्वर में बोलता है, लेकिन पिछले दो सालों में कश्मीर की स्थिति निराशाजनक हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में हालात निराशाजनक हैं। पहले अंहिसा हमारा मूलमंत्र होता था, लेकिन इस सरकार ने कश्मीर में यूपीए की दस साल की मेहनत को खराब कर दिया है। सरकार को भविष्य बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी।