उत्तरप्रदेश में कानपुर के पास पुखरायां में हुई भीषण दुर्घटना में 145 लोगों के मारे जाने के मामले में रेल विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है। ट्रेन इंदौर से पटना के लिए रवाना हुई थी। इस हादसे में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं, जबकि कई अभी भी लापता हैं।
टीवी चैनल जी न्यूज पर चल रही बहस में रेलवे से जुड़ी एक एसोसिएशन के पदाधिकारी ने बताया कि पिछले कई दिनों से ट्रैक पर गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही थीं। इंदौर-पटना एक्सप्रेस के ड्राइवर के अलावा इस ट्रैक पर चलने वाले अन्य ड्रायवरों को झटका महसूस हुआ था। इससे यही साबित होता है कि पटरियों की मरम्मत में कोताही बरती गई। यदि समय रहते इस ओर ध्यान दिया जाता तो शायद इतनी जिंदगियां असमय काल के गाल में नहीं समातीं।
बताया जाता है कि झांसी से चलने के बाद रात करीब एक बजे ट्रेन चालक ने झांसी मंडल के अधिकारियों को वॉकी-टॉकी पर इंजन मीटर पर अधिक लोड की जानकारी दी, इस पर चालक को कहा गया कि आप ट्रेन को किसी तरह कानपुर तक ले आएं। क्या उचित नहीं होता कि उसी समय ट्रेन को रुकवाकर पहले गड़बड़ी ठीक की जाती।