Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार नागपुर (Nagpur) जिले में भारी बारिश और बाढ़ से एक युवक की मौत हो गई है तथा 71 गांवों से संपर्क टूट गया है। दूसरी ओर आईएमडी ने दिल्ली से राजस्थान तक भारी बारिश (heavy rain) का अलर्ट जारी किया है। नागपुर महाराष्ट्र के नागपुर जिले में भारी बारिश और बाढ़ संबंधी 2 अलग-अलग घटनाओं में बुधवार को 1 युवक की मौत हो गई जबकि एक बाढ़ में बह गया। जिले के 71 गांवों का भी संपर्क टूट गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार के लिए नागपुर और वर्धा जिलों के लिए 'रेड' अलर्ट जारी किया जबकि अमरावती और यवतमाल के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के अकोला, वाशिम, बुलढाणा, चंद्रपुर, भंडारा और गोंदिया जिलों के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया है।ALSO READ: नागपुर जिले में भारी बारिश की आशंका, IMD का रेड अलर्ट, स्कूल कॉलेज बंद
एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर कलमेश्वर तहसील के बोरगांव निवासी अनिल हनुमंत पानपट्टे (35) सुबह लगभग 7.30 बजे एक उफनते नाले में बह गए। उन्होंने बताया कि पानपट्टे का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि तड़के करीब 4 बजे कार्तिक शिवशंकर लाडसे (18) यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर उप्पलवाड़ी में एक उफनते नाले में गिर गया। उन्होंने बताया कि बाद में उसका शव बरामद किया गया।
पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार ने बताया कि भारी बारिश के कारण ग्रामीण नागपुर के 71 गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। उन्होंने बताया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की मदद से प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए आईएमडी द्वारा जारी 'रेड' अलर्ट के मद्देनजर नागपुर जिला प्रशासन ने बुधवार को सभी विद्यालयों और महाविद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है।ALSO READ: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से हाहाकार, 7 जिलों में अचानक बाढ़ का खतरा, 225 सड़कें बंद
जिला सूचना कार्यालय के अनुसार पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के बाद नालों और नदियों के जलस्तर में वृद्धि के मद्देनजर नागपुर से गुजरने वाले कुछ राज्य राजमार्गों को भी यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक नागपुर में मंगलवार को रात 8.30 बजे से बुधवार को सुबह 5.30 बजे के बीच 9 घंटों में 172.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है। नागपुर के जिला कलेक्टर विपिन इटानकर ने पहले एक आदेश में कहा था कि जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो रही है और बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
दिल्ली में बारिश से कई जगहों पर जलभराव और यातायात जाम : नई दिल्ली से मिले समाचारों के अनुसार दिल्ली के कुछ हिस्सों में बुधवार को मानसून की बारिश हुई जिससे उमस से राहत मिली, लेकिन कई इलाकों में जलभराव और यातायात जाम लग गया। नेहरू प्लेस, अरबिंदो मार्ग, कैलाश कॉलोनी, लाजपत नगर, सिरी फोर्ट रोड, चिराग दिल्ली फ्लाईओवर, आउटर रिंग रोड, जी.के मार्ग, रेल भवन, अक्षरधाम, आश्रम, आईटीओ, पुल प्रहलादपुर, एमबी रोड, एमजी रोड, ओल्ड रोहतक रोड, शादीपुर, मधुबन चौक और राष्ट्रीय राजमार्ग 8 सहित शहर के कई हिस्सों से जलभराव और यातायात बाधित होने की खबरें आईं।
शाम 5.30 बजे से 8.30 बजे के बीच नजफगढ़ मौसम केंद्र ने 60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की। इसके बाद आया नगर में 50.5 मिमी, प्रगति मैदान में 37 मिमी, नॉर्थ कैंपस में 22 मिमी, पूसा में 30 मिमी, पालम में 14.4 मिमी, इग्नू में 11.5 मिमी, जनकपुरी में 4 मिमी, नारायणा में 6.5 मिमी और लोधी रोड में 1.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस बीच सफदरजंग स्थित प्राथमिक मौसम केंद्र ने केवल 1.4 मिमी वर्षा दर्ज की।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के अनुसार एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) को जलभराव की केवल एक शिकायत प्राप्त हुई, वहीं शाम को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) नियंत्रण कक्ष में जलभराव की करीब 29 शिकायतें आईं। ये शिकायतें न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, झिलमिल अंडरपास, लोनी गोल चक्कर, दुर्गापुरी चौक, वजीराबाद रोड और यमुना विहार तथा आसपास के इलाकों से थीं। इस बीच अपने ताजा पूर्वानुमान में भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है। दिन में पहले शहर के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया था, लेकिन दोपहर तक 'ऑरेंज' अलर्ट जारी कर दिया गया। नवीनतम मौसम अपडेट में इसे 'रेड अलर्ट' कर दिया गया है।ALSO READ: भोपाल में भारी बारिश, लगा लंबा जाम, रेंग-रेंगकर चल रहे वाहन
आईएमडी ने कहा कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मध्यम से तीव्र वर्षा, गरज के साथ छींटे पड़ने और बिजली चमकने का अनुमान है। गरज के साथ छींटे पड़ने और मध्यम से भारी बारिश के अनुमान के बीच विभाग ने लोगों से खुले स्थानों से बचने, पेड़ों के नीचे शरण नहीं लेने, कमजोर दीवारों और ऐसे ढांचों से दूर रहने तथा जल निकायों के पास जाने से बचने का आग्रह किया है।
राजस्थान में आज भारी बारिश की संभावना : दक्षिण-पश्चिम मानसून के असर से राजस्थान के कई हिस्सों में आज गुरुवार से एक बार फिर भारी बारिश की गतिविधियां बढ़ने की उम्मीद है और अगले कुछ दिनों में प्रदेश में कई स्थानों पर अतिवृष्टि की संभावना है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार और गुरुवार को भरतपुर, कोटा, जयपुर व बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं बादल गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा भरतपुर संभाग में 1-2 स्थानों पर कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।
विभाग के अनुसार पूर्वी राजस्थान में 10 जुलाई से जबकि पश्चिमी राजस्थान में 12 जुलाई से भारी बारिश में बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना है। 11 जुलाई को कोटा, भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश होने व 12-13 जुलाई को कोटा, भरतपुर, जयपुर, अजमेर व उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी व अतिभारी बारिश हो सकती है। इसी तरह पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर संभाग में आगामी 3-4 दिन मौसम मुख्यत: शुष्क रहने तथा बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 12 जुलाई से पश्चिम राजस्थान में भी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी हो सकती है।ALSO READ: हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश से 2 सप्ताह में 43 लोगों की मौत, 37 लापता
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम में स्कूल बंद रखने का आदेश : जमशेदपुर से मिले समाचारों के अनुसार झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में भारी वर्षा के पूर्वानुमान के मद्देनजर गुरुवार को स्कूलों को बंद रखने को कहा गया है। एक बयान में यह कहा गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने जिले में भारी बारिश का अनुमान जताया है जिससे सामान्य जनजीवन और छात्रों की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
इसमें कहा गया है कि उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने पूर्वानुमान के मद्देनजर जिले के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के लिए कहा गया है ताकि पढ़ाई में किसी भी तरह की बाधा न आए। पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण जिले में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है तथा विभिन्न क्षेत्रों से जलभराव की खबरें आई हैं। मूसलधार बारिश के कारण खरकई और स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है।
देशभर में मानसून के सक्रिय होने के बाद से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। हालांकि कुछ जगहों पर लोग अभी भी उमस और गर्मी से परेशान हैं। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इस सप्ताह फिर से बारिश और आंधी की गतिविधियों के संकेत दिए जा रहे हैं। IMD के मुताबिक अगले 24 घंटों के भीतर यानी 10 जुलाई से दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश और बिहार के कई इलाकों में तेज हवा, गरज-चमक और बारिश हो सकती है।
इस दौरान वज्रपात और ओलावृष्टि की भी चेतावनी जारी की गई है। खासकर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में आज से 11 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट है जिससे भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा बना रहेगा। इसके अलावा मुंबई, अहमदाबाद सहित महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड के अधिकांश हिस्सों में भी मानसूनी बारिश की संभावना जताई गई है। स्काईमेट की वेदर रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में भी तेज बारिश की आशंका है। वहीं पूर्वोत्तर भारत में, खासकर असम, मेघालय, सिक्किम और पश्चिम बंगाल में गरज के साथ भारी बारिश के संकेत हैं।
स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार निम्न दबाव का क्षेत्र फिलहाल गंगीय पश्चिम बंगाल और इससे सटे क्षेत्रों पर स्थित है। इसके साथ चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है। यह प्रणाली अगले 2 दिनों में पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ सकती है। मानसून ट्रफ समुद्र तल पर लुधियाना, सरसावा, बरेली, सुल्तानपुर, डाल्टनगंज, निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र से होते हुए पूर्व-दक्षिण की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
एक ट्रफ रेखा उत्तर-पूर्व अरब सागर से लेकर गंगीय पश्चिम बंगाल में स्थित निम्न दबाव क्षेत्र तक फैली हुई है। यह दक्षिण गुजरात, उत्तर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के मध्य भागों और उत्तर ओडिशा से होकर गुजरती है और यह 3.1 से 7.6 किमी ऊंचाई तक सक्रिय है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर हरियाणा के ऊपर बना हुआ है।
आज गुरुवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज गुरुवार, 10 जुलाई को छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्यप्रदेश और विदर्भ के कई भागों में भारी बारिश दर्ज की गई। गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, उत्तर गुजरात, उत्तराखंड, जम्मू डिवीजन और उत्तर पंजाब में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम उत्तरप्रदेश, उत्तर राजस्थान, गुजरात, कोंकण व गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, तेलंगाना और मराठवाड़ा में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। बिहार, पूर्वी उत्तरप्रदेश, दक्षिण राजस्थान, भीतरी कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और लक्षद्वीप में हल्की वर्षा हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि : अगले 24 घंटे के दौरान त्रिपुरा, दक्षिण बांग्लादेश, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ भागों, उत्तर ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्यप्रदेश में मध्यम से भारी वर्षा संभव है। विदर्भ, तटीय कर्नाटक, कोंकण व गोवा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ 1-2 स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
उत्तर पंजाब, उत्तर हरियाणा, उत्तरप्रदेश के कुछ भागों, पश्चिम मध्यप्रदेश, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, केरल, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम वर्षा संभव है। बिहार, राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, भीतरी कर्नाटक, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की वर्षा हो सकती है। 24 घंटों के बाद पंजाब, हरियाणा, पश्चिम और मध्य उत्तरप्रदेश में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।(Photo courtesy: IMD)