मैंने जिनसे धनुष चलाना सीखा, आज उनपर ही तीर चला रहा हूं। उन्होंने केजरीवाल से कहा कि आपसे ही सीखा है, या तो चक्रव्यूह तोड़कर जीत जाऊंगा या अभिमन्यु की तरह हार जाऊंगा। मन बहुत भारी है पर चुप रहना असंभव है। उन्होंने केजरीवाल से ही जीत का आशीर्वाद भी मांगा।
दिल्ली के पूर्व मंत्री ने कहा कि जो काम पहले केजरीवाल करते थे, आज मैं कर रहा हूं और जो जेटली, गडकरी पहले करते थे, आज केजरीवाल कर रहे हैं।