महबूबा से आप नेता ने पूछा- क्या बुरहान वानी आतंकी मानती हैं?

मंगलवार, 4 अक्टूबर 2016 (18:05 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा के एक सवाल से यहां एक कार्यक्रम में उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब उन्होंने वहां मौजूद जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से पूछा कि क्या वे हाल ही में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए बुरहान वानी को आंतकवादी मानती हैं और 'टेररिज्म और टूरिज्म' एक साथ कैसे चल सकते हैं।
मिश्रा ने  'भारत इंटरनेशनल ट्रेवल बाजार' कार्यक्रम में  कहा कि 'टेररिज्म और टूरिज्म' -आतंकवाद और पर्यटन एक साथ नहीं चल सकते। जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को कैसे बढ़ावा मिल सकता है, जब वहां आतंकवादियों से पर्यटकों की तरह व्यवहार किया जाता है।

उन्होंने मुफ्ती से सवाल किया कि क्या वे बुरहान वानी और अफजल गुरु तथा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में नारे लगाने वाले छात्रों को आतंकवादी मानती हैं। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान से लड़ सकते हैं लेकिन उन लोगों से कैसे लड़ेंगे, जो जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों को पनाह देते हैं। कार्यक्रम में मौजूद कई लोगों ने श्री मिश्रा के वक्तव्य का विरोध करते हुए कहा कि वह इस मंच पर इस तरह की राजनीतिक बातें नहीं उठा सकते लेकिन वह बोलते रहे और कहते रहे कि वह जल्दी ही अपनी बात समाप्त करेंगे। 
 
 
इसके बाद मुफ्ती ने अपने भाषण में उनकी बातों का जवाब देते हुए कहा कि पर्यटकों के कश्मीर में आने से वहां सद्भाव बढ़ेगा और पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में महिलाएं और लड़कियां पूरी तरह सुरक्षित हैं और कहीं भी बिना किसी डर के घूम सकती हैं । राजधानी दिल्ली में हुई घटना की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर में चलती गाड़ी में बलात्कार की घटनाएं नहीं होतीं। 
 
मुफ्ती ने कहा कि राज्य में पर्यटन के अनुकूल माहौल है और वहां साहसिक और धार्मिक पर्यटन के लिए काफी अवसर हैं। उन्होंने निवेशकों से पर्यटन क्षेत्र में निवेश का आह्वान किया और कहा कि पर्यटकों के वहां जाने से स्थिति को शीघ्र सामान्य बनाने में मदद मिलेगी। 
 
इससे पहले मुफ्ती अपने पिता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का वीडियो देखकर अपना भाषण शुरू करते समय भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने काफी समय बाद अपने पिता की आवाज सुनी है, इसलिए वह अपनी भावना को काबू नहीं कर पायीं। सुश्री मुफ्ती ने कहा कि उनके पिता का सपना था कि पर्यटन के क्षेत्र में जम्मू कश्मीर देश का पहले नम्बर का राज्य बने और वह उनके सपने को पूरा करने के लिए कृतसंकल्प हैं। (वार्ता)

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