बहरहाल, कपिल मिश्रा के सनसनीखेज आरोपों से केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अपनी ही पार्टी के संस्थापक सदस्य द्वारा लगाए गए आरोपों ने उनकी कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खड़ा कर दिया है। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल भ्रष्टाचार विरोधी राजनीति के लिए जाने जाते हैं। उनका राजनीतिक करियर ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से शुरू हुआ था।