खबरों के मुताबिक, एनआईए का कहना है कि आसिया अंद्राबी का यह घर आतंकवादी गतिविधियों के लिए किया जाता था और उसे गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत अटैच कर दिया गया है। इससे पहले एनआईए ने इस संबंध में एक मामला दर्ज किया था। आसिया श्रीनगर के अपने इस घर को तब तक नहीं बेच सकती, जब तक पूरे मामले की जांच चल रही है, हालांकि उसका परिवार यहां रह सकता है।
अंद्राबी के साथ ही 2 अलगाववादी नेताओं से इन दिनों एनआईए पूछताछ कर रही है। एनआईए ने इस कार्रवाई के बाद कहा कि आसिया अंद्राबी के घर की कोई तलाशी नहीं ली गई और टेरर फंडिंग केस में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर उनका घर अटैच किया गया है। अंद्राबी चार साल पहले पाकिस्तानी झंडा फहराने और पाकिस्तानी राष्ट्रगान गाने के कारण सुर्खियों में आई थी।
एनआईए ने जमात-उद-दावा, दुखतारन-ए-मिल्लत, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जम्मू-कश्मीर के दूसरे अलगाववादी समूहों के खिलाफ फंड जुटाने को लेकर 20 मई 2017 को एक मामला दर्ज किया था। अंद्राबी के इस काम के पीछे हाफिज सईद को माना जाता है। मुंबई हमले के गुनहगार हाफिज सईद के साथ भी आसिया अंद्राबी के अच्छे रिश्ते हैं।
अंद्राबी के रिश्तेदार दुबई और सऊदी अरब में भी हैं जहां से वह फंड प्राप्त करती है और भारत के खिलाफ गतिविधियों में इस्तेमाल करती है। आसिया के संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत के सदस्यों के पास से मिले मोबाइलों की जांच में पाया गया है कि वे लगातार पाकिस्तान के अपने आकाओं के संपर्क में थे और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल थे।