Live Updates : कृषि मंत्री तोमर बोले- COVID-19 और सर्दियों में आंदोलन का रास्ता छोड़ें किसान, सरकार बातचीत के लिए तैयार

Webdunia
शुक्रवार, 27 नवंबर 2020 (23:00 IST)
नई दिल्ली। पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों पर पानी की बौछार से नाराज किसान आज भी दिल्ली में प्रवेश के लिए अड़े हुए हैं। प्रदर्शनकारी किसानों को अब यूपी के किसानों का समर्थन भी मिल गया है। मामले से जुड़ी हर जानकारी...


11:36 PM, 27th Nov
योगी सरकार ने किसानों को दिल्ली रवाना होने की इजाजत दे दी है। इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से संबंधित जिलों के प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।

09:11 PM, 27th Nov
- दिल्ली में कुछ प्रदर्शनकारी पीएम नरेंद्र मोदी के आवास के करीब पहुंच गए। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया।
- हरियाणा : 'दिल्ली चलो' आंदोलन पर पंजाब के किसान, सिंघू बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर रुके हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हम 6 महीने का राशन लेकर आए हैं। हम काले कृषि कानूनों से छुटकारा पाने के बाद वापस लौटेंगे जो किसानों के खिलाफ हैं।
- मुजफ्फरनगर से दिल्ली आ रहे किसान आज की रात मेरठ में रुकेंगे। रात को मेरठ में आराम करने के बाद किसान शनिवार सुबह 9 बजे दिल्ली के लिए मार्च शुरू करेंगे।
- दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे के सिंधु बॉर्डर पर कुछ किसान सरकार के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने पर अड़ गए हैं।

08:23 PM, 27th Nov
किसानों के आंदोलन पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसानों के साथ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए हमेशा तैयार रही है। हमने 3 दिसंबर को वार्ता के एक और दौर के लिए किसान संगठनों को आमंत्रित किया है। मैं उनसे अपील करता हूं कि COVID-19 और सर्दियों के मद्देनजर आंदोलन छोड़ें।

06:46 PM, 27th Nov
किसान संघर्ष समिति के कन्वेनर मनदीप सिंह नथवान ने कहा है कि टिकरी बॉर्डर से करीब 5 हजार किसान दिल्ली में प्रवेश कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली में सिरसा के हाईवे से पहुंचे।

06:44 PM, 27th Nov
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी पर तंज कसा कि हम कांग्रेस नहीं हैं जो किसानों के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगा दें। आइए बात कीजिए, कोई भ्रम है तो दूर कीजिए। सरकार के दरवाजे बातचीत के लिए हमेशा खुले हैं।
 
किसानों के आंदोलन पर राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि 'PM को याद रखना चाहिए था जब-जब अहंकार सच्चाई से टकराता है, पराजित होता है। सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती। मोदी सरकार को किसानों की मांगे माननी ही होंगी और काले क़ानून वापस लेने होंगे। ये तो बस शुरुआत है!'

03:26 PM, 27th Nov
-दिल्ली पुलिस ने इस बात की पुष्टि की कि प्रदर्शनकारी किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में दाखिल होने की अनुमति दे दी गई है और वे बुराड़ी के मैदान में प्रदर्शन कर सकते हैं।
-प्रदर्शनकारी किसानों को उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी के मैदान में प्रदर्शन करने की अनुमति देने के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा: हम उनसे शांति बनाये रखने की अपील करते हैं।

03:00 PM, 27th Nov
-पंजाब के किसानों के संगठनों ने शुक्रवार को दावा कि केन्द्र सरकार ने उन्हें दिल्ली में दाखिल होने और बुराड़ी मैदान में प्रदर्शन करने की मंजरी दे चुकी है।
-क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा, 'हमें दिल्ली में दाखिल होने की अनुमति मिली हुई है।'
-उन्होंने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें दिल्ली के बुराड़ी में एक स्थान पर प्रदर्शन करने की अनुमति दी थी
-जनपद हापुड़ में शुक्रवार सुबह किसानों ने कृषि संबंधी केंद्रीय कानूनों के विरोध में राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर नारेबाजी करते हुए जाम लगा दिया, जिससे वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। जाम में फंसे गए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

02:53 PM, 27th Nov
-कृषि कानून वापस लेने की मांग के साथ शुरू हुए किसान आंदोलन में शुक्रवार को उत्‍तर प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर चक्‍का जाम और विरोध प्रदर्शन हुए।
-लखनऊ में भारतीय किसान यूनियन ने अहिमामऊ-सुल्‍तानपुर रोड पर चक्‍का जाम की तैयारी की थी लेकिन प्रशासनिक मुस्‍तैदी से यह संभव नहीं हो सका।
-लखनऊ में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्‍यक्ष हरनाम सिंह वर्मा के नेतृत्‍व में किसानों ने चिनहट थाना क्षेत्र के नौबस्‍ता कला में प्रदर्शन किया।
-भारतीय किसान यूनियन ने कृषि कानूनों को वापस लेने और किसानों पर हुए लाठी चार्ज के विरोध में बागपत जिले में निवाड़ा पुल पर शुक्रवार को सोनीपत हाइवे को जाम किया।

12:48 PM, 27th Nov
-अंबाला के निकट शंभु बॉर्डर पर किसानों पर वाटर केनन और आंसू गैस का प्रयोग किया गया। 
<

#WATCH Water cannon and tear gas shells used to disperse protesting farmers at Shambu border, near Ambala pic.twitter.com/EaqmJLhAZI

— ANI (@ANI) November 27, 2020 >-सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) पर प्रदर्शनकारी किसानों हाथों में पोस्टर लिए हुए थे। इन पर लिखा हुआ था- खेती विरोधी, जन विरोधी कानून वापस लो, लिख रहा हूं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा, मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा। प्रदर्शनकारियों में कुछ महिलाएं भी शामिल थीं। 

12:47 PM, 27th Nov
-पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी किसानों की मांगों को पूरा कराने के लिए उनके साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़ी है।
-उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि ‘एक देश, एक चुनाव’ की बात करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों के संदर्भ में ‘एक देश, एक व्यवहार’ पर अमल करना चाहिए।
-प्रियंका ने ट्वीट किया, 'किसानों की आवाज दबाने के लिए पानी बरसाया जा रहा है, सड़कें खोदकर रोका जा रहा है लेकिन सरकार उनको ये दिखाने और बताने के लिए तैयार नहीं है कि एमएसपी का कानूनी हक होने की बात कहां लिखी है। एक देश, एक चुनाव की चिंता करने वाले प्रधानमंत्री जी को एक देश, एक व्यवहार भी लागू करना चाहिए।'

12:23 PM, 27th Nov
-कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पंजाब और हरियाणा के किसान शुक्रवार सुबह हल्द्वानी सीमा पर पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों को पार करके सोनीपत के गन्नौर में पहुंच गए।
-ट्रैक्टर एवं ट्रालियों पर हजारों की संख्या में किसान सवार हैं।
-हल्द्वाना सीमा पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले व पानी की बौछारें छोड़ी, लेकिन किसान नहीं रूके।
-किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने के लिए दिल्ली- कुंडली (हरियाणा) सीमा की तरफ बढ़ते हुए देखा गया जहां हरियाणा सरकार ने सुरक्षा बलों की बड़ी संख्या में तैनाती कर रखी है।
 

11:59 AM, 27th Nov
-किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने आप सरकार से शहर के नौ स्टेडियमों को अस्थायी जेल के तौर पर इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी है।
-इन अस्थायी जेलों में हिरासत में लिए गए तथा गिरफ्तार किए गए किसानों को रखा जा सकता है। 

11:58 AM, 27th Nov
-भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश सिंह टिकैत ने कहा है कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों से सरकार बातचीत करें तथा विवादित कानून को वापस ले।
-उन्होंने कहा कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी मान्यता दे तथा यह सुनिश्चित करे कि जिस फसल की जो न्यूनतम दर सरकार ने तय की है, उससे कम रेट पर कोई भी व्यापारी या मिल मालिक अनाज नहीं खरीदेगा। अगर उससे कम रेट पर किसानों से खरीदारी की जाती है तो क्रेता के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

11:14 AM, 27th Nov
-सिंधु बॉर्डर पर भी किसानों और पुलिस में झड़प, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
-यहां ड्रोन से आंदोलनकारी किसानों पर नजर रखी जा रही है।

10:31 AM, 27th Nov
-पानीपत-हल्दाना बॉर्डर पर बढ़ा तनाव, बैरियर तोड़ दिल्ली में घुसे किसान। 
-बैरियर तोड़ किसानों ने किया दिल्ली की ओर बढ़ने का प्रयास, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले।

10:16 AM, 27th Nov
-दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर वाहनों की चैकिंग के कारण लगा लंबा जाम। किसान आंदोलन को देखते हुए हो रही है सख्‍त चैकिंग।
-दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर CISF तैनात।

09:29 AM, 27th Nov
-पानीपत के रास्ते दिल्ली आने पर अड़े किसान, सिंधू बॉर्डर पर रोका
-किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने छोड़े आंसू गैस को गोले।
-पुलिस ने किसानों से वापस जाने की अपील की। किसानों ने किया इनकार।
-कृषि बिल के विरोध में रोहतक-झज्जर बार्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी।
-किसानों ने कहा, जब तक दिल्ली नहीं जाएंगे, यहीं बैठेंगे। दिल्ली में भी अपनी बात रखेंगे।
-पानीपत में किसानों का विरोध प्रदर्शन। एक किसान ने कहा- 'कोई बात नहीं, हम दिल्ली के लिए बढ़ेंगे। हम अपने परिवारों के साथ छह महीने के लिए राशन लेकर जा रहे हैं।'

08:27 AM, 27th Nov
-किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने एनएच-24, चिल्ला सीमा, टिगरी सीमा, बहादुरगढ़ सीमा, फरीदाबाद सीमा, कालिंदी कुंज सीमा और सिंघू सीमा पर पुलिस बल तैनात किया है।
-प्रदर्शन के कारण दिल्ली से एनसीआर के अन्य शहरों के लिए मेट्रो सेवा चालू रहेगी, वहीं पड़ोसी शहरों से दिल्ली के लिए मेट्रो सेवा शुक्रवार को निलंबित रहेगी।

-भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसान कानून विरोध के मुद्दे और अत्याचार से नाराज दिखाई दिए। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है की वे शुक्रवार को दिल्ली-देहरादून हाइवे पर चक्काजाम करेंगे।
-मेरठ में जटौली फाटक पर चक्काजाम होगा। बागपत में हरियाणा-यूपी बॉर्डर निवाड़ा चेक पोस्ट पर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान जाम लगाएंगे। 
-दिल्ली में किसानों को घुसने से रोकने और ठंड में किसानों पर पानी की बौछार करने कज कारण किसान ज्यादा आक्रोशित है, वहीं विपक्षी दलों ने भी किसानों के पक्ष में अपनी आवाज बुलंद कर दी है।

-दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बॉर्डर पर भी किसानों का जमावड़ा। ऐसे में दिल्ली पुलिस ने सील की बॉर्डर। किसानों को दिल्ली आने से रोका जा सके इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात।
-पंजाब और हरियाणा में दिल्ली बॉर्डर पर बड़ी संख्‍या में आंदोलन किसान जमा है। कृषि बिल वापस लेने तक किसान आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं।
-रातभर सड़क पर डटे रहे किसान, आज भी प्रदर्शन जारी। 
 

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख