Kolkata rape case : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, प्राइवेट पार्ट में 14 घाव, हवस की आग के लिए दी खौफनाक मौत

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 19 अगस्त 2024 (09:46 IST)
Kolkata murder and rape case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी निर्मम हत्या से पूरा देश आहत है। देशभर में डॉक्टर्स विरोध कर रहे हैं। कोलकाता में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। सीबीआई इस पूरे मामले की जांच कर रही है। इस बीच मृतक महिला डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने की रिपोर्ट आ रही है।

प्राइवेट हिस्से में 14 से ज्यादा घाव : पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसके शरीर पर गंभीर चोटें थीं, जो मौत से पहले उसे दी गई थीं। शव परीक्षण में पीड़िता के सिर, दोनों गाल, होंठ, नाक, दाहिने जबड़े, ठोड़ी, गर्दन, बाएं हाथ, कंधे, घुटने और टखने के साथ-साथ उसके निजी अंगों के अंदर 14 से अधिक चोटें पाई गईं।

गला घोंटकर मारा : दरअसल, इंडिया टुडे ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने की बात कही है, जिसमें कहा गया है पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने पीड़िता की मौत का कारण हाथ से गला घोंटना बताया है और मौत के तरीके को क्रूर हत्या बताया है। ट्रेनी डॉक्टर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उसके गुप्तांग में जबरदस्ती प्रवेश/ प्रविष्ट करने के चिकित्सीय साक्ष्य मिले हैं, जिससे उसके साथ किए गए यौन उत्पीड़न की संभावना जताई जा रही है।

क्या मिला जननांग में : रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पीड़िता के जननांग में एक सफेद, गाढ़ा, चिपचिपा तरल पदार्थ पाया गया है जो सिमेन हो सकता है। पीड़िता के रक्त और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों के नमूने आगे की जांच के लिए भेजे गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेफड़ों में रक्तस्राव और शरीर में अन्य जगहों पर खून के थक्के जमने का भी खुलासा किया गया है।

बता दें कि इस भयावह अपराध के कारण पूरे पश्चिम बंगाल और भारत के अन्य हिस्सों में डॉक्टरों और नर्सों ने हड़ताल और विरोध प्रदर्शन किया है। सार्वजनिक आक्रोश के बीच, आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और तब से सीबीआई उनसे पूछताछ कर रही है।

शक के घेरे में अस्पताल : इस बीच पीडित महिला डॉक्टर के पिता ने अस्पताल आरोप लगाए हैं। डॉक्टर के पिता ने रविवार को ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ खुलकर अपनी आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी सरकार के कई काम उनकी बेटी को न्याय दिलाने की मांग करने वालों को खामोश करने की कोशिश हैं। पीड़िता डॉक्टर के पिता ने कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई के मामले की जांच अपने हाथ में लेने से पहले पुलिस जांच के तरीके पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ‘जांच से कुछ नहीं निकला…(चेस्ट मेडिसिन) विभाग या कॉलेज से किसी ने भी हमारा सहयोग नहीं किया। मेरी बेटी की हत्या के लिए पूरा विभाग जिम्मेदार है। हमें संदेह है कि विभाग के कुछ लोग अपराध में शामिल थे।
Edited By: Navin Rangiyal

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