कुपवाड़ा हमला: वो जवान जिसने गोली लगने के बावजूद दो आतंकियों को किया ढेर
शुक्रवार, 28 अप्रैल 2017 (08:11 IST)
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जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सैन्य शिविर पर गुरुवार को हुए आतंकी हमले में 3 जवान शहीद हो गए। वहीं, भारतीय सेना के जवान ऋषि कुमार ने दो आतंकियों को मार गिराया। दरअसल हमले के वक्त फील्ड आर्टिलरी रेजिमेंट के गनर ऋषि ड्यूटी पर तैनात थे। आतंकियों ने ऋषि को अपना निशाना बनाया और एक गोली उनके सिर पर जा लगी, चूंकि ऋषि बुलेट प्रूफ हेलमेट पहने हुए थे, इसलिए बेहोश तो हुए लेकिन उनकी जान बच गई। इस दौरान उन्हें चोटें आई। ऋषि का इलाज सैन्य अस्पताल में चल रहा है।
आतंकी गतिविधि को देखते हुए उन्होंने लोहा लिया और दो को ढेर कर दिया। नायक ऋषि ने बताया, 'सुबह चार बजे के करीब आतंकी सैन्य शिविर में घुस आए। मैं अपनी ड्यूटी पर था तभी फायरिंग की आवाज आने लगी। मैंने यूनिट से पूछा तो पता चला कि आतंकी हमला हुआ है। मैंने दो आतंकवादियों को गोलीबारी करते हुए पास आते देखा, उसके बाद मैंने मोर्चा संभाला।'
उन्होंने कहा, 'मैंने उन पर गोली चलाई और दो आतंकवादी को मार गिराया। आतंकियों के पास से दो एके-47एस बरामद किए।' ऋषि कुमार ने बताया कि तीसरे आतंकी की बंदूक लेने की कोशिश की। इस छीनाझपटी में तीसरे आतंकी ने उन पर हमला कर दिया और भागने में सफल हो गया।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया, 'नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास गुरुवार तड़के लगभग 4.30 बजे पंजगाम सैन्य शिविर पर फिदायीन हमला हुआ।' अधिकारियों के मुताबिक, आतंकवादी 'विदेशी' थे और उनकी पहचान की जा रही है।
हमले में कानपुर निवासी कैप्टन आयुष यादव (26), राजस्थान निवासी सुबेदार भूप सिंह तथा विशाखापट्टनम निवासी नायक बी.वी.रमन्ना शहीद हो गए।
दिल्ली में सैन्य अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी सैन्य शिविर की फायरिंग रेंज की बाड़ काटकर अंदर घुसे और हमला किया। उन्होंने ग्रेनेड फेंके और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। अधिकारियों के मुताबिक, कुपवाड़ा जिले के पंजगाम में सेना की नौ से अधिक इकाइयों के शिविर हैं, जो 240,000 वर्गमीटर में फैले हैं। सैन्य शिविर कुपवाड़ा से लगभग 20 किलोमीटर तथा नियंत्रण रेखा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
गौरतलब है कि कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में भारी हथियारों से लैस तीन आतंकवादियों ने एक सैन्य शिविर पर हमला किया। सेना ने जवाबी कार्रवाई की और 35 मिनट तक चली भीषण मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया, लेकिन हमले में एक कैप्टन समेत तीन सैनिक भी शहीद हो गए। मारे गए आतंकवादियों के पास तीन एके राइफल, नौ मैगजीन, एके की 156 गोलियां, एक चीनी पिस्तौल, तीन यूबीजीएल गोले, तीन हथगोले, दो रेडियो सेट, जो जीपीएस उपकरण और एक स्मार्टफोन बरामद किया है।
मुठभेड़ खत्म होने के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और मारे गए आतंकवादियों का शव मांगने लगे ताकि उनका अंतिम संस्कार कर सकें। बुजुर्गों और महिलाओं सहित प्रदर्शनकारियों ने अपना प्रदर्शन जारी रखा, लेकिन सेना उनकी मांग के आगे नहीं झुकी। वहीं, पथराव कर रही भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में मोहम्मद युसुफ बट को सीने में गोली लगी। उसे अस्पतसल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं अब स्थानीय लोगों का आरोप है कि वह सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मरा है। (एजेंसी)